विधायक द्वारा मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगाया गया है जिसके लिए वे गंगालूर की जनता से माफ़ी मांगे।
बेबुनियाद आरोप लगा कर मेरी छवि धूमिल करना चाहते हैं विधायक विक्रम – राजू कलमु।
बीजापुर – एक्सप्रेस। गंगालूर के सरपंच सह ग्रामीण एवं सरपंच के पक्ष लेते अजय सिंह ने पत्रकार भवन में प्रेसवार्ता किया। विधायक के इस आरोप को गंगालूर सरपंच राजू कलमु ने बेबुनियाद और निराधार बताते हुए कहा की विधायक जिस कार्य पर भ्रष्टाचार करने का मुझ पर आरोप लगा रहे है वह कार्य मेरा नही गौरी इंटर प्राइजेस का है और ना ही मेरा भाजपा से किसी प्रकार का संबंध है। विधायक विक्रम मंडावी ने 21 मार्च 2024 को पत्रकार वार्ता ले कर गंगालूर के सरपंच राजू कलमु पर पुल निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता बताया था।
राजू कलमु ने आगे कहा की कोई भी कार्य स्थानीय स्तर पर होते है तो मै सरपंच होने के नाते उन कार्यों का निरीक्षण करता हूं, और साथ ही ठेकेदारों से स्थानीय वाहनों से कार्य लेने का निवेदन करता हूं ताकि स्थानीय वाहन मालिकों को भी काम मिल सके। राजू कलमु ने कहा की विधायक ने मुझे भाजपा नेता बता कर टारगेट करवा कर मेरी हत्या करवाना चाहते हैं। यदि मेरे परिवार या मुझे किसी भी तरह से नुकसान पहुंचता हैं तो इसके जिम्मेदार विधायक विक्रम मंडावी होंगे।
पत्रवर्ता को सम्बोधित करते हुए राजू कलमु ने कहा की उक्त पुलिया कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान स्वीकृत किया गाय था।
जिला निर्माण समिति के माध्यम से कराया जाना था, उक्त कार्य का निरीक्षण विधायक और तत्कालीन कलेक्टर द्वारा भी किया गया और कार्य गौरी इंटर प्राइजेज को दिया गया। उक्त कम्पनी द्वारा पुल निर्माण का कार्य कराया जा रहा है और किसी भी तरह से इस कार्य पर मेरी कोई संलिप्तता नही है। इसके बावजूद विधायक मंडावी द्वारा मुझे बदनाम करने मेरी छवि को धूमिल करने के लिए इस तरह का आरोप लगाया है। विधायक द्वारा मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगाया गया है जिसके लिए वे गंगालूर की जनता से माफ़ी मांगे।
गंगालूर सरपंच राजू कलमु का पक्ष लेते हुए अजय सिंह ने कहा।
उक्त कार्य कांग्रेस के कार्यकाल के समय का है, और पुल निर्माण का कार्य गौरी इंटर प्राइजेस को दिया गया है, जो एक शासकीय कर्मचारी के माता के नाम से है,जिसकी जानकारी विधायक को भी है इसके बावजूद उनका नाम ना लेकर राजू का नाम लिया क्यूंकि उस कर्मचारी से विधायक के मधुर संबंध होने के साथ कार्य का कमीशन पूर्व में ही लिया जा चूका था। इस कारण विधायक राजु का नाम लेकर पत्रवर्ता कर सुर्खियों में रहने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि राजू का इस कार्य से कोई संबंध नही है। 44 लाख का काम 49 लाख का आरोप , कमीशन चार से पांच लाख , राजू कमलू पर लगा भ्रष्टाचार आरोप।