रातों रात रायपुर प्रदेश कार्यालय बुलाया और रायशुमारी और दावेदारी गलत
बीजापुर >> एक्सप्रेस। जिले में भाजपा जिलाध्यक्ष पद को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है।वहीं संगठन ने बीजापुर जिलाध्यक्ष चुनाव के लिए प्रदेश कार्यालय में रायशुमारी के नाम पर गुप्त रूप से दावेदारी भी करवा दिया गया है।बताया जा रहा है, कि भारतीय जनता पार्टी संगठन के जिलाध्यक्ष का चुनाव बीजापुर पर्यवेक्षक के द्वारा षडयंत्रपूर्वक एक पक्षीय कार्यवाही करते हुऐ कुछ एक पैनल के दावेदारो को रातों रात 500 कि मी दूर स्तिथि प्रदेश कार्यालय रायपुर में गुप्त रूप से बुलवाकर रायशुमारी के नाम से दावेदारी करवा लिया है।जिसमें पांच से छः दावेदार – दावेदारी से वंचित रह गये है।जबकि पार्टी संगठन के नियमानुसार पर्यवेक्षक को जिला कार्यालय बीजापुर पहुंचकर आम राय से पैनल बनाकर कार्यकर्ताओं से रायशुमारी करना चाहिए था ।लेकिन ऐसा न करते हुए कुछ लोगों के इशारे पर जिलाध्यक्ष को थोपने कि तैयारी चल रहा है जिससे कर्मठ योग्य व पुराने कार्यकर्ता पदो से वंचित रह जायेगें जिसके चलते जिले के सैकड़ों कार्यकर्ताओ में नाराजगी देखी जा रही है।वही योग्य एवं पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता पर्यवेक्षक की दूषित के प्रक्रिया के कारण षडयंत्र के तहत संगठन चुनाव के स्वरूप को प्रभावित कर विशेष पेनल को लाभ दिलवाने में लगे है।
भाजपा बीजापुर जिला संगठन चुनाव जो कि शका के गलियारों में भटक रही है इस दूषित चुनाव प्रकिया को रद् करते हैं हुऐ बीजापुर के जिला कार्यालय में चुनाव सम्पन्न कराने से सही और कर्मठ कार्यकर्ताओं को मौका मिल सकता है।
गौरतलब है,कि पिछले दिनों केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह बीजापुर जिले के घोर नक्सल प्रभावित गुडंम का दौरा कर चुके हैं।वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय गृहमंत्री विजय शर्मा,अरूण साव के अलावा केंद्रीय मंत्री भी यहां नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में दौरा कर चुके हैं।
लेकिन चुनाव पर्यवेक्षक को बीजापुर आकर संगठन का चुनाव सम्पन्न कराने में अड़चनें क्यों हो रही है ,समझ से परे है ।जिससे राज्य स्तर के शीर्ष संगठन नेता एवं स्थानीय कार्यकर्ताओ मे नाराजगी देखी जा रही है।