◼️चिकट राजदेव गुड़ी बीजापुर में ग्रामवासियों ने मनाया धरमराज जात्रा

पुजारी कांकेर में स्थित धर्म राज का मंदिर
बीजापुर एक्सप्रेस >> राजेश झाड़ी। बारह परघनिया को न्योता भेजा जाता है बारह क्षेत्र के पेरमा, पुजारी ,गायता सियान सजन मिलकर सबसे पहले देव का आह्वान करते हैं। बुजुर्ग कहतें है कि आस पास के सिरहा अपने आप बाजा बजने पर खींचें चले आते है। देव सिरहा नाच गुड़ी के सामने किया गया ,पुरखौती पुजारी द्वारा देव को भोग लगाया जाता है। ग्रामीणों द्वारा मान मानव्वल के लिए चढ़ावा ,धूप ,फल फूल भेंट किया जाता है। आज बहुत सालों बाद माता कारी कंकालीन देव सिरहा भी देखने को मिला।

धरमराज जात्रा हर वर्ष मनाया जाता है बारह परघनिया पाली क्षेत्र के ग्रामीण मिल मानते हैं। चिकट राज गुड़ी बीजापुर में ग्रामवासियों ने मनाया धरमराज जात्रा। बारह परघनिया को न्योता भेजा जाता है बारह क्षेत्र के परमा, पुजारी ,गायता सियान सजन मिलकर सबसे पहले देव का आह्वान करते हैं सर्वप्रथम माता मावली की पूजा फिर बाबा चिकटराज देव की पूजा अर्चना कर , धरमराज जात्रा हेतु देव सिराहा द्वारा नाच गान किया जाता है।
जिसके पश्चात धरमराज देव की पूजा अर्चना कर मान-दान दिया जाता है फिर बड़े कुँअर-छोटे कुंवर की पूजा अर्चना व मान-दान, फिर चिकटराज बाबा का मांनदान एवम गाँव के सुख शान्ति हेतु आशीर्वाद लिया जाता है ततपश्चात अंत मे कारी कंकालिन माता की पूजा अर्चना की जाती है। इसमें धरमराज जात्रा में पाली क्षेत्र गोरना, भोषागुड़ा, संतोषपुर, तुमनार, पेदा कोड़ेपाल, मुशालूर, तुरनार, धनोरा, मलगोड़ा, मुरकीनार, गुड्डीपाल के लोग उपस्थित रहे।