◼️अब तक जिम्मेदारों पर नहीं हुई कार्रवाई, बाकी बच्चों के पालकों पर असर, इलाज में देरी मासूम बच्चों के मौत का कारण परिवार का आरोप।
बीजापुर एक्सप्रेस >> राजेश झाड़ी। अभी स्कूल चालू होकर 20 दिन भी नहीं हुए बीजापुर जिले में दो छात्रों की मौत का मामला आया सामने, दोनों बच्चों के परिवारजनों का आरोप है कि जिम्मेदारों की इसमें लापरवाही है ये जांच का विषय है पर पहले मामला तारलागुडा कन्या पोटा केबिन की छात्रा दीक्षिता रेगा 9 वर्ष की दूसरी क्लास की दुधेड़ा की रहने वाली थी। छग के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय वा शिक्षा मंत्री ने 18 जून की शाला प्रवेश उत्सव को बढ़ाकर 25 जून किया और 26 जून से स्कूलों की शुरुआत की 2024 सत्र में।

तारलागुडा कन्या पोटा केबिन की छात्रा एक दिन पहले पढ़ने आती है उसके दूसरे दिन मलेरिया से बीमार होने की जानकारी निकलता है। जिम्मेदार अधीक्षिका की मीडिया रिपोर्ट अनुसार छात्रा को मलेरिया होने पर परिवार जन आकर लिखित में सहमति पत्र लेकर बच्ची को ले जाने की बात कह रही हैं सवाल है कि कहां से इस बच्ची की इलाज कराते परिवार यहां प्रशासनिक तौर पर पूरी व्यवस्थाएं जिम्मेदार अधिकारी और मंत्री सरकार की ओर से की गई है। मलेरिया जैसे गंभीर बीमारी की सहमति पत्र लेकर बच्चों को छोड़ना सवालों में कटघरे में खड़ा होता है। वही परिवार जनों का आरोप है कि सही समय पर इलाज नहीं मिलने से उनकी बच्ची जो खिलखिलाती मस्ती करती खेलती थी उनकी बेटी आज उनके आंखों के सामने नहीं रही है।
इस मामले में अब तक जिम्मेदारों पर किसी भी तरह कार्रवाई नहीं हुआ है
इसका असर जो बाकी बच्चों का अपने पेरेंट्स इन पोटा केबिनों के भरोसे से पढ़ाने छोड़ते हैं वह भी चिंता में दिख रहे हैं। हालांकि की पोटा केबिन के वर्तमान डीएमसी एम वी राव हाल ही में चार्ज लिए है। उनकी लगातार क्षेत्र में दौरा देखने को मिल रहा कलेक्टर अनुराग पांडेय के निर्देश अनुसार, दूसरी और कलेक्टर खुद इन मामलों में गंभीर दिख रहे पिछले दिनों अधीक्षक और तमाम जिम्मेदारों की बैठकें लेकर और बच्चों को पौष्टिक आहार देने के लिए दिया गया है निर्देश साथ ही बीमारियों से बचाने समय-समय पर ईलाज मिले ऐसी व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए इसके बावजूद इस तरह की दुखद घटना होना लापरवाही की और संकेत देता है।
एक मामला शांत हुआ ही नहीं दूसरे मामले में भींधश मासूम छात्रा की मलेरिया से मौत का
पोटा केबिन संगमपल्ली भोपालपटनम ब्लाक का है। जानकारी के मुताबिक पहले उप स्वास्थ्य केंद्र मददेड में भर्ती कराया गया था इलाज बाद थोड़ी सुधार देख बेहतर इलाज के लिए जिला चिकित्सालय बीमार छात्रा वैदिका जव्वा को बीजापुर रेफर किया गया, छात्रा वैदिका की एडमिट की जानकारी मिलते ही स्वयं जिले के कलेक्टर अनुराग पांडेय जिम्मेदार डीएमसी एम वी राव वा अन्य अधिकारी जिला चिकित्सालय पिछली रात को देखने पहुंचे सुबह होते-होते खबर निकालकर आया ईलाज दौरान बच्ची की मौत हो गई सदमे में परिवार, वही अब व्यवस्थाओं पर लोग खुलकर कह रहे जिम्मेदारों की लापरवाही वही विधायक विक्रम मंडावी का एक बयान निकाल कर आया है वे लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग करते हुए या दोनों घटनाओं को निंदनीय बताया। वही दूसरी और पिछले दिनों स्कूलों के दौरा करने कलेक्टरों को निर्देश मिला है तब से कलेक्टर बीजापुर सख्त दिख रहे हैं।